दंगा, बलवा, riot एक प्रकार का सामाजिक विकार है जिसमें सामान्यतः एक हिंसक समूह किसी मुद्दे को लेकर प्रशासन, निजी या सार्वजनिक संपत्ति या लोगों के खिलाफ अशांति पैदा कर देता है। यह विधि विरुद्ध जमाव और शांतिभंग का ही एक गंभीर रूप होता है जो दंगा नियंत्रण क़ानूनों के अंतर्गत दंडनीय अपराध है।
दंगों में आम तौर पर उग्रता, बर्बरता, तर्कहीनता, विनाशकारिता देखने को मिलती है।
हिंदी, उर्दू में प्रचलित "दंगा परिवार" के कुछ शब्दों, मुहावरों पर चर्चा की जाए।
दंगाई < दंगा dangā ( जो फ़ारसी के दंगल से व्युत्पन्न है)
बलवाई < बलवा balvā ( फ़ारसी मूल)
फ़सादी < फ़साद fasād (अरबी)
उपद्रवी < उपद्रव (संस्कृत)
मवाली/वबाली < बवाल
हत्यारा < हत्या
उत्पाती < उत्पात
उग्र/उग्रता
पत्थरबाज़ी
नारेबाज़ी
हिंसा
आगजनी, अग्निकांड
मारपीट
अशांति
नृशंस,
जघन्य,
जमावड़ा
सिरफिरा
इस परिवार के अन्य सदस्य हैं : झगड़ा, बखेड़ा, विरोध, खटपट, राड़, तकरार, कलह, मनमुटाव, टकराव, वाद-विवाद, दंगाई, बलवाई, फ़सादी, उपद्रवी
मुहावरे जो दंगा परिवार में सम्मिलित हैं:
- टक्कर लेना
- दंगा भड़काना
- ईंट से ईंट बजाना
- तहस-नहस करना
- ईंट का जवाब पत्थर से देना
- राख कर देना
- मटियामेट कर देना
- रौंद डालना
- लहूलुहान करना
- चुनचुनकर मारना
- खदेड़ना
- मुँह तोड़ जवाब देना
- मार-काट मचाना
- दबाव बनाना
- पीछे धकेलना
- आग लगाना/बुझाना
- आँसू गैस छोड़ना
- शांतिभंग करना/होना
दंगों से जुड़े कुछ सकारात्मक मुहावरे/शब्द भी हैं:
जान बचाना
शरण देना
शांति स्थापना
समझौता
सहमति
बचाव/राहत कार्य
बीच-बचाव करना
राहत कार्य
मुआवज़ा देना
शांति-मार्च
••• •••
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें