निर्देश –निदेश निर्देश में आज्ञा या आदेश जैसी बाध्यता तो नहीं, व्यापकता अवश्य है | व्यापक रूप से और सामान्यतः ये हितैषी ही होते हैं जैसे डॉटर रोगी को निर्देश देता है या शिक्षक छात्रों को प्रश्नपत्र हल करने के बारे में निर्देश देते हैं | वस्तुतः “निर्देश" संदेशवाहन की एक प्रक्रिया है जिसमें प्रेषित संदेश को विश्वास के साथ ग्रहण कर लिया जाता है” (~मैकडूगल) | आदेश में यह विशेषता होना ज़रूरी नहीं | निर्देश का प्रयोग प्रायः सूचना देना, बताना, मार्ग दिखाना आदि है | जैसे : सभी प्रश्न हल करने हैं | (सूचना) आप नहीं होंगे तो हमारा निर्देशन कौन करेगा? (मार्ग दर्शन) निर्दिष्ट अनुच्छेद में स्पष्ट लिखा है | (बताए हुए/ निर्देश किए हुए} प्रबंधन में भी आदेश और निर्देश को भिन्न माना गया है और दोनों की एकात्मता पर बल दिया जाता है | प्रबंधन की भाषा में कुशलतापूर्वक कार्य सम्पादन के लिए सक्षम अधिकारी और अधीनस्थ के बीच सीधा संवाद आदेश है जब कि सामान्य उद्देश्य के लिए काम कर रहे समूह...
कुल व्यू
||वागर्थाविव सम्पृक्तौ वागर्थ प्रतिपत्तये ||
॥स्वीकरण: आलेखों में कहीं-कहीं सोशल मीडिया पर प्राप्त सामग्री का साभार मधुसंचय॥