सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

संदेश

जनवरी, 2025 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

नाबदानी भाषा

नाबदानी भाषा उर्फ चुनावी भाषा ••••••• अपने देश में जब भी छोटे-बड़े चुनाव आते हैं तो घटिया भाषा का प्रयोग बढ़ जाता है। इतना कि अब इसे बोलने वाले ही नहीं, सुनने वाले भी इसके आदी हो गए हैं। ऐसी भाषा के लिए एक शब्द चलने लगा है नाबदानी भाषा। नाबदान फ़ारसी मूल का शब्द है। अर्थ है पनाला, मोरी, गंदा नाला, गंदा पानी निकलने की नाली, पानी के निकास की मोरी, वह नाली जिससे होकर घर का ग़लीज़ (मलमूत्र वाला) पानी आदि  बहकर बाहर जाता है, बस्ती या गली के गंदे पानी के निकास के लिए बनी नाली। अंग्रेजी में नाबदान का पर्याय है गटर। नाबदानी नाबदान से बना विशेषण है, अर्थ है नाबदान-संबंधी या नाबदान का; नाबदान या पनाले के समान अस्पृश्य, गंदा और त्याज्य।   नाबदानी भाषा वह भाषा है जिसमें अधिकतर बातें बहुत ही अश्लील और अशिष्टतापूर्ण रहती हैं और जिसमें दूषित भाव से लोगों पर कीचड़ उछाला जाता है। नाबदानी भाषा का अंग्रेजी पर्याय है गटर लैंग्वेज। बहुत घटिया स्तर की, गाली-गलौज वाली , अशिष्ट संकेतों और असम्मानित करने वाले व्यंग्यों वाली भाषा को गटर भाषा कहा जाता है। इसे मरीन वेबस्टर डिक्शनरी में इस प्रकार पर...

ऋषिकेश : हरिद्वार

हरद्वार या हरिद्वार ? पुराणों के अनुसार मोक्षदायिनी सप्तपुरियों में परिगणित "अयोध्या मथुरा माया..." की मायापुरी ही वर्तमान में हरिद्वार/हरद्वार के नाम से प्रसिद्ध है। हरिद्वार नाम लोकप्रयोग में हरद्वार है। पुराने प्रलेखों, सरकारी दस्तावेजों, कोर्ट-कचहरी के कागज़ात में हरद्वार नाम मिलता है। हरद्वार/हरिद्वार के अन्य पौराणिक नाम हैं- गंगाद्वार, माया, कपिलस्थान। युवान् च्वांग ने इसे मो-यू-लो (मायापुरी?) कहा है। पुराणों में इसकी विशद चर्चा है और माना गया है कि समुद्र मंथन से प्राप्त अमृत कलश से छलकी एक बूँद यहीं हर की पौड़ी (पैड़ी) में गिरी थी। इसलिए यहाँ भी 12 साल में कुंभ का आयोजन होता है। हरद्वार/हरिद्वार में शैव और वैष्णव दृष्टि का भी अंतर है।  हिमालय हर की ससुराल है, ज्योतिर्लिंग केदारेश्वर सहित पाँच केदार (रुद्र, तुंग, कल्प, मध्यमहेश्वर और केदारेश्वर) इसी प्रखंड में हैं, इसलिए यह "हरद्वार" है और नर-नारायण स्वरूप बदरीनाथ का प्रवेश मार्ग होने से यह "हरिद्वार" भी है। ♦️ ऋषिकेश : भ्रामक व्युत्पत्ति का उदाहरण  प्रसिद्ध तीर्थ ऋषिकेश का नाम लोकव्युत्पत्ति (f...